+81 पिता पर कविता – Poem on Father in Hindi

एक ऐसी दुनिया में जो अक्सर माताओं को मनाती है, हमारे जीवन पर पिता के जबरदस्त प्रभाव को रोकना और स्वीकार करना महत्वपूर्ण है। वे गुमनाम नायक हैं, चुपचाप हमारी यात्रा को आकार दे रहे हैं और हमें एक मजबूत नींव प्रदान कर रहे हैं। इस ब्लॉग पोस्ट में, हम पिताओं की गहरी भूमिका का पता लगाएंगे और उनके बच्चों के साथ साझा किए जाने वाले अनूठे बंधन का जश्न मनाएंगे।

Poem on Father in Hindi

पिता……
सूर्यप्रमाणे तळपालणाऱ्या जिवाच्या वाटेवर
मायेची सावली तुम्ही जीवनातील दुःखरुपी….
युद्ध व माझ्यातील…… ढाल बनता तुम्ही……..
`वडील ´ असतो वाडासारख्या मातीत घट्ट
रुतून कुटुंबाला सावली देणारा तो बाप असतो
स्वतः ऊन सोसवणारा पण लेकरांच्या पंखात बळ देणारा
कुटूंबाचे छत्र होऊनी मायेची सावली
दारणारा माझ्या जगण्याला अर्थ आहे
तो केवळ तुमच्यामुळे माझे संपूर्ण आयुष्य केवळ
तुमच्या सेवेत सुचलं तर खूप काही आहे
पण देवाबद्दल लिहावे शब्द अस्तित्वात नाहीत
एवढे बाबा जरी सांगता येत नसलं
तरी तुम्हीच आहात माझे सर्वस्व माझे बाबा आहेत
प्रेमाचं एक अतूट झरा प्रेमाने जवळ ही घेतेत माझे बाबा आहेत
एक सावली देव म्हणावे तरी कसे तुम्हला
तुम्ही तर त्याहुनी श्रेष्ठ माझ्यासाठी देव देतो
सुख दुःख दोन्ही पण तुम्ही सुखाने भरले आयुष्य
माझे तुम्ही पूर्व जन्माची पुण्याई माझी लाभले
पिता म्हणुनी तुम्ही हीच धन्यता माझी……….
🙏 स्वरचित कविता : आरती संभारम

नतमस्तक हो करता विचार
छत बिन न होवे कोई दिवार,
स्तंभों सा अडिग सहे हर वार,
संरचना गजब स्तंभ तू ही, तू ही दिवार,

मौलिक अंतर बस इतना वो निराकार तू साकार,
करूँ वंदना मैं तेरी बारंबार,
हे पिता जो भी हूँ, तेरा उपकार,
आंसू न लाऊंगा,न होऊंगा तार तार,
मेरे राम मेरे कृष्ण हो,भाव ला त्यक्त सब विकार॥

जो बांटा तुमने अविरल प्रेम की धार,
निश्छल कर मन अब करूँगा भक्ति अपार,
हे पिता जो भी हूँ, तेरा उपकार, ॥

रजनीश कांत दुबे

पापा❤️

पापा मेरे भूखे प्यासे,
कराते सबका काम है,
अपनी फ़िक्र किये बिना,
करते मदद सबकी हर बार है,
एक बार ना होने पर,
लोग चार बात सुना जाते है,
की गयी पहले की मदद को,
मिट्टी में मिला जाते है,
करते नहीं अपनी पावर का यूज,
दूसरे कर जाते है,
इतने भले इंसान को,
फिर क्यों दूसरे बुरा मान जाते है!

वो मेरे पिता है…❤️

पापा एक गुड़िया मुझे फिर लाकर दो ना,
हँसते-खेलते बचपन के दिन फिर लौटा दो ना,
वो आपकी ऊँगली पकड़कर मेरा बाज़ार जाना,
अपनी गोद में उठाकर मुझे स्कूल छोड़ आना,

वो छोटी-छोटी बातों पर मेरा यूँ रूठ जाना,
मेरा झूठ मूठ का रोना और आपका मनाना,
वो मेरा जन्मदिन उत्सव की तरह मनाना,
मेरी हर उपलब्धि पर मुझे सर आँखों पर बिठाना,

वो मुझे बुखार होने पर आपका पट्टी लगाना,
और मेरी हर ज़िद पूरी करने,
माँ को राज़ी कराना,
वो अपनी तकलीफ़ हमेशा मुझसे छुपाना,

मेरे चेहरे पर खुशी देख अपने ग़म भूल जाना,
वो जीवन की ऊँचाई छूकर भी सविनय रहना,
और सिखाया आपने ही विफलता से खुद को उबारना,
वो अपने आत्म-सम्मान को संजोकर कैसे रखना,

आपसे ही सीखा रिश्ते-नाते पिरोकर सदा रखना,
वो बड़े अरमानों से मेरी डोली सजाना,
हज़ारों क्या, लाखों दुआएँ मुझ पर लुटाना,
पर आज सब कुछ अलग है,
सब कुछ बदला और गया है……

फिर भी प्रबल खड़ी हूँ मैं, यह आपकी ही दुआ है।
संबल हैं आप ही मेरे, पर यह समर मेरा है
प्रबलता से हर कठिनाई को अब मुझे ही जीतना है,

आपका व्यक्तित्व बरगद की वह सुखकर छाया है,
जिसमें मैंने सदैव अपार पितृ-प्रेम पाया है,
आज भी जो खड़े हैं तटस्थ मेरे लिए,
वो मेरे पिता हैं….. वो मेरे पिता हैं…..

एक पिता की भूमिका पिता अपने बच्चों के जीवन में एक बहुआयामी भूमिका निभाते हैं। वे प्रदाता, रक्षक और शक्ति के स्तंभ हैं। हमें मूल्यवान जीवन कौशल सिखाने से लेकर महत्वपूर्ण मूल्यों को स्थापित करने तक, जीवन की जटिलताओं के माध्यम से पिता हमारा मार्गदर्शन करते हैं। वे हमारी सफलताओं का जश्न मनाने के लिए हैं, हमारे आँसू पोंछते हैं, और अटूट समर्थन प्रदान करते हैं। एक पिता की उपस्थिति हमारी पहचान को आकार देने और हमें पूर्ण व्यक्ति बनने में मदद करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।

चाहे कह लो बापू, पिता या बाबा,
या फिर अब्बू, डैडी या पापा ।
यह तो बस पुकारने के हैं साधारण नाम ,
पर ध्यान रहे यह व्यक्ति नहीं है आम।

यह हैं हमारे जन्म दाता,
इनका ऋण कोई नहीं चुका सकता।
प्रेम और सख़्ती के दोनो स्वरूप,
न्योछावर होते हम पर समय के अनुरूप।

माँ के प्यार के चर्चे तो हैं विख्यात,
पर पिता का हृदय भी होता है विराट।
माँ अगर है ममता की मूरत,
तो यह भी हैं भव्यता की इमारत।

हमारी आन-बान-शान के रखवाले ,
हमारे अन्धेरों को भगाने वाले ।
जीवन के मूल्यों के शिक्षक,
सही पथ पर चलाने वाले दिग्दर्शक।

भूखा हमें रखा नहीं कभी,
दुखों से हमेशा दूर रखा सभी ।
दिन रात खून पसीना बहाया,
हमें सबसे अच्छा सब कुछ दिलाया।

इनकी मेहनत और लगन हैं बेमिसाल,
इनकी बुद्धि और जोश हैं कमाल।
हमारी सारी उपलब्धियाँ हैं इनको श्रेय,
हमारी ख़ुशियाँ थीं सदा इनका ध्येय।

कुछ ऐसे हैं मेरे पापा , मेरे सूपर हीरो,
कृतज्ञता और आभार से इनको शत शत नमन ढेरों
कहते हैं ढूँढने पर मिलते हैं भगवान,
हमें तो आँख खोलते ही मिल गया था यह वरदान !

Neeta Doshi

“कभी अभिमान तो कभी स्वाभिमान है पिता
कभी धरती तो कभी आसमान है पिता
जन्म दिया है अगर माँ ने
जानेगा जिससे जग वो पहचान है पिता….”

“कभी कंधे पे बिठाकर मेला दिखता है पिता…
कभी बनके घोड़ा घुमाता है पिता…
माँ अगर मैरों पे चलना सिखाती है…
तो पैरों पे खड़ा होना सिखाता है पिता…..”

“कभी रोटी तो कभी पानी है पिता…
कभी बुढ़ापा तो कभी जवानी है पिता…
माँ अगर है मासूम सी लोरी…
तो कभी ना भूल पाऊंगा वो कहानी है पिता….”

“कभी हंसी तो कभी अनुशासन है पिता…
कभी मौन तो कभी भाषण है पिता…
माँ अगर घर में रसोई है…
तो चलता है जिससे घर वो राशन है पिता….”

“कभी ख़्वाब को पूरी करने की जिम्मेदारी है पिता…
कभी आंसुओं में छिपी लाचारी है पिता…
माँ गर बेच सकती है जरुरत पे गहने…
तो जो अपने को बेच दे वो व्यापारी है पिता….”

“कभी हंसी और खुशी का मेला है पिता…
कभी कितना तन्हा और अकेला है पिता…
माँ तो कह देती है अपने दिल की बात…
सब कुछ समेत के आसमान सा फैला है पिता….”

Deep Sunil Patidar

अपने नसीब का हिस्सा,
वो मेरी किस्मत को खिलाता है,
पिता है ना,
बिन बोले सब कुछ कर जाता है ।।
हमें छाव में बिठाकर खुद धूप में चलता है,
कैसी भी हो कठिनाई उस रूप में ढल लेता है,
पिता है ना,
बिन बोले सब कुछ कर लेता है ।।

Instagram : sahil.sharma578

ईश्वर का वरदान पिताजी ।
घर घर का सम्मान पिताजी
दादी मां के बूढ़े होटों
की मीठी मुस्कान पिताजी

अक्सर सामर्थ्यों से ज्यादा
रखते सब का मान पिताजी।
जाने कैसे कब क्या होना
रखते इसका ध्यान पिताजी।

पिता बन चुके बच्चों की भी
जग में हैं पहचान पिताजी।
बच्चों के हित अपनी इच्छा
करते हैं कुर्बान पिताजी।

ऊपर से कठोर अंदर से
हैं मीठी सी तान पिताजी

-सुशील सरित

पापा❤️

चलो बहुत हुई मुहब्बत की बातें,
अब कुछ सच्चाई पर आते हैं।
जिसने कुछ कर दिखाने के काबिल बनाया,
उसके किस्से, कुछ शब्दों में आपको सुनाते हैं।

आपने कहा कि lockdown है घर में रहो,
सुरक्षित रहो पहले खुद की सोचो,
फिर दूसरों की सहायता करो ॥
पर वो पापा ही हैं, जो रोज़ कमाने जाते हैं,

लाखों मुसीबत बिना कुछ कहे अपने कंधों पर उठाते हैं।
आप कहते हैं, हमारी जीवन बदल दी,
जीने का तरीका बदल दिया इस महामारी ने,
और हर सुबह उदासी भरा status लगाते हो. पर..

पापा,उनके लिए तो सब वैसा ही है,
हर सुबह सिर झुकाये, बैग, मास्क लगाये॥
हमें एक प्यारी सी मुस्कान देकर,
हमारी खुशियाँ खरीदने जाते हैं।

ज्योति साव

Father poems from Daughter in Hindi

उदाहरण के द्वारा अगुवाई करना पिता द्वारा हमारे जीवन को आकार देने के सबसे प्रभावशाली तरीकों में से एक उदाहरण के माध्यम से नेतृत्व करना है। छोटी उम्र से ही हम उनके काम के प्रति नैतिकता, ईमानदारी और दृढ़ता देखते हैं। पिता हमें अपने स्वयं के जीवन में समर्पण और प्रतिबद्धता का प्रदर्शन करके महानता का लक्ष्य रखने के लिए प्रेरित करते हैं। चाहे वह परिवार के लिए प्रदान करने के उनके दृढ़ संकल्प को देख रहा हो या उनकी अटूट नैतिक दिशा को देख रहा हो, पिता प्रेरणा के प्रकाश स्तंभ के रूप में काम करते हैं।

आप की छांव में न जाने कब बड़ी हो गई
गलती करते करते बहुत कुछ सीख गई
एक शिक्षक की बेटी आज शिक्षिका बन गई
प्यार आपने जो दिया वो अनमोल है

मेरे लिए बाज़ार से सबसे सुंदर फ्रॉक लाया करते थे
बाल लंबे करना है मुझे जब में जिद्द करती थी
मुझे नकली चोटी भी लगाया करते थे
मेरी हर एक ख्वाहिश को पूरा आपने किया

जहां में कमजोर हुई थोड़ा बाहों में भर लिया
मेरी हाथ की कच्ची पक्की रोटी
बस आप मुस्करा कर खाते हैं
वाकी सब तो बस नखरे लगाते हैं

आज जो थोडा बहुत भी कुछ कर पाई हूं
में तो बस पापा आप की परछाई हूं,
खुश रहें आप हमेशा और हो कोई ना रोग लोगो का
तो काम है कहना कुछ तो कहेंगे लोग ।

हिमाद्रि

ये बात है उस रिश्ते की,
जिसे मै सबसे ज्यादा मानता हूं।
मै हूं घर का छोटा बेटा,
पर मां से ज्यादा पापा को चाहता हूं।

मेरे हिस्से में मां का प्यार है,
तो वहीं पापा से मिली परवाह है।
मैंने किया है नजरअंदाज जिसे डर में,
वहीं तो मेरे पापा का प्यार है

मैंने समझा नहीं पिता को मेरे,
कभी उनकी निगाहों से।
मैंने तो बस देखा है एक इज्ज़त को,
पिता नाम के साए में।

वो इंसान, जो मेरे लिए, 
हर किसी से लड़ जाता है,
खुद तो पढ़ा लिखा नहीं ज्यादा,
पर मुझे इंजीनियर बनाना चाहता है।

कभी बोझ नहीं रखता पढ़ाई का मुझपर,
बस इतना ही समझाता है।
के बेटा तेरा आज तो हाथ में है मेरे,
पर कल तो मेरा तेरी लकीरों में ही नज़र आता है।

वो इंसान है कुछ खास सा जो मुझे,
नवाब सा रुतबा दिलाता है।
खुद सालों तक कपड़े नहीं खरीदता,
और हर साल मेरा जन्मदिन मनाता है।

वो पिता है मेरा, जो है तो सरल बहुत,
पर मेरे समझ नहीं आता है।
जब बीमार मै होता हूं तो,
भागा भागा डॉक्टर वो बुलाता है।

पर खुद तकलीफ में होने पर,
मुझे क्या हुआ है, ये झूठ दोहराता है।
वो पिता है मेरा, जो मुझे जीना सिखाता है।
सब कहते है के पापा की परछाई हूं मैं,

मां से भी लड़ जाता हूं, जब करता हूं पापा की अगवाई मै।
फिर भी ना जाने क्यूं, मै वो आवाज़ नहीं सुन पाता,
ये क्या रिश्ता है मेरे पिता का मुझसे, मुझे समझ नहीं आता।
वो क्या कहते है परवाह, 

जो हर पिता करता है, पर बेटे से नहीं जताता।
तू सुबह इतनी देर से क्यूं उठता है,
ये मेरा पिता मुझसे पूंछ नहीं पाता है।
हां डांट मिलती है मुझे भी इस बात पर,
के तू सुबह जल्दी उठ क्यों नहीं पाता है।

पर पता है पापा को भी सच,
के बेटा उनका रात को सो नहीं पाता है।
के कुछ ज़िम्मेदारियां है, जो सिर्फ एक पिता ही निभाता है।
मै भी तो परेशान हूं पिता से अपने, वो मुझे अपना दर्द नहीं बताता है।

खुद रहता है तकलीफ में, फिर मुझे क्यूं नहीं बताता।
मै हो गया हूं काबिल, फिर क्यूं उन्हें ये डर है सताता,
के हर बात पे कहते है के तुम क्यों परेशान हो,
जब मै कहता हूं ये बात तो, अंदर से वो इंसान है मुस्कुराता।
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Written by @avneesht

प्रेम और करुणा का पाठ पिता हमें प्रेम और करुणा के बारे में अमूल्य पाठ पढ़ाते हैं। अपने कार्यों के माध्यम से, वे हमें दिखाते हैं कि कैसे बिना शर्त प्यार करना है और दूसरों के साथ दया और सहानुभूति के साथ व्यवहार करना है। पिता अपने बच्चों के लिए एक सुरक्षित स्थान प्रदान करते हैं, जरूरत के समय मार्गदर्शन और सहायता प्रदान करते हैं। वे हमें क्षमा, समझ और धैर्य के महत्व को दिखाते हैं, हमारे भीतर ऐसे गुण पैदा करते हैं जो रिश्तों को सार्थक और पूरा करने में योगदान करते हैं।

पिता रोटी है कपड़ा है मकान है
पिता है तो बच्चे के ढेरे सारे सपने हैं।
पिता नन्हे से परिंदे का बड़ा आसमान है,
पिता है तो घर में प्रतिपल राग है।

पिता से ही माँ की बिंदी चूड़ी सुहाग है,
पिता एक जीवन को जीवन का दान है,
पिता नहीं तो बचपन अनाथ है।

तो पिता से बड़ा तुम अपना नाम करो,
पिता का अपमान नहीं उनपर अभिमान करो,
पिता है तो बाजार के सारे खिलौने अपने हैं।
पिता उसकी इच्छाओं का हनन और परिवार की पूर्ती है

पिता रक्त निगले हुए संस्कारों की मूर्ती है,
पिता दुनिया दिखाने का एहसान है, पिता सुरक्षा है, अगर सिर पर हाथ है।
वो खुशनसीब हैं माँ-बाप जिनके साथ होते हैं,
क्योंकि माँ-बाप के आशिषों के हाथ हज़ारों हाथ होते हैं

Poems on Father in Hinglish

साझा रोमांच और बंधन एक पिता और बच्चे के बीच का बंधन अक्सर साझा रोमांच और विशेष क्षणों के माध्यम से बनता है। चाहे वह पिछवाड़े में कैच खेलना हो, कैंपिंग ट्रिप पर जाना हो, या बस हार्दिक बातचीत में शामिल होना हो, ये अनुभव स्थायी यादें बनाते हैं। पिता के पास इन पलों के दौरान हमें सुरक्षित और पोषित महसूस कराने का एक अनूठा तरीका है, जो जीवन भर हमारे साथ रहने वाले अपनेपन और संबंध की भावना को बढ़ावा देता है।

पितृत्व का बदलता चेहरा पितृत्व, हर चीज की तरह, समय के साथ विकसित हुआ है। आज, पिता अपने बच्चों के जीवन में पहले से कहीं अधिक शामिल हैं। वे चाइल्डकैअर में सक्रिय रूप से भाग लेते हैं, घरेलू ज़िम्मेदारियाँ निभाते हैं, और एक स्वस्थ कार्य-जीवन संतुलन के लिए प्रयास करते हैं। इस बदलाव ने पिता और उनके बच्चों के बीच गहरे संबंधों और मजबूत संबंधों की अनुमति दी है। यह समर्पण और प्रतिबद्धता का एक वसीयतनामा है जो पिता अपने परिवारों के पालन-पोषण के लिए करते हैं।

“WOH TOH EK BAAP THA”

Ankho Me Unki Chamak Thi,
Chehre Pe Unke Rubaab Tha,
Sun Ke Meri Kilakaariya,
Khushi Ke Aansu Jo Roya,

Woh Toh Ek Baap Tha,
Woh Toh Ek Baap Tha…
Jab Liya Tha Pehli Bar God Mujhe,
Us Lamhe Vo Khush Behisaab Tha,

Uske Dosto-Yaaron-Rishtedaaro Me,
Uski Khushi Ke Thikaane Ka Na Koi Jawaab Tha…
Jo Bhi Manga Diya Mujhe,
Na Rone Kabhi Diya Mujhe,

Aayi Koi Musibat To Bhi,
Har Musibat Se Rihaa Kia Mujhe,
Kabhi Maa Ki Daant Se Bachaya,
To Kabhi Udaasi Me Seene Lagaya,

Ungali Pakad Ke Ek Kadam Chalne Se Leker,
Zindagi Me Sahi Raste Chalne Ka Tareeka Sikhaya,
Khudse Pehle Mere Bare Me Sochaa,
Vo Jisne Mera Har Ek Aansu Ponchaa…

Par Ab Bari Meri Hai,
Mere Upar Ek Zimmedari Hai,
Kyuki Is Zindagi Me Apna Kamaya Kuch Bhi Nahi,
Ye Izzat Bhi Mere Baap Izzat Hai, Unki Daulat Saari Hai…!!!

Happy Father’s Day

mere papa hi meri shaan h…
koi or nhi vo meri jaan h…
bchpan se ungli pakad kr chlna sikhaya h…
kaandhe pr betha kr mujko ghumaya h..

khaana bhi mujhe apne haatho se khilaya h…
jb bhi rhu udaas unhone mujhe hasaya h…
jo bhi kahu kuch hr baat ko swikaar ki h…
meri hr iccha ko apni maan kr puri ki h…

papa ne mujhe is jahan se ldna sikhaya h..
sch kahu toh mere papa hi mera saya h…
mere hr ek aasu ko apne haato se htaya h…
jindagi ki saari khushiyo se mujhe bhigaya h…

aap ki mushkilo ka mujhe ab ehsaas hota h…
duniya parai hoti h pr apna pita khaas hota h…
papa apne bccho ki khamoshi jldi smj jaate h..
humari pareshani ko apne seene se lga lete h…

raaho se manjil tk jana unhone mujhe sikhata h…
papa k roop mai maine ek sccha dost paya h…

aryan jain

इस विशेष अवसर पर, आइए हम अपने जीवन में पिताओं का सम्मान और उनकी सराहना करें। वे साइलेंट सुपरहीरो हैं जो हमारे जीवन को आकार देते हैं, अटूट समर्थन प्रदान करते हैं और हमें खुद का सर्वश्रेष्ठ संस्करण बनने के लिए प्रेरित करते हैं। उनके मार्गदर्शन और ज्ञान से लेकर उनके प्यार और करुणा तक, पिता हमारे दिलों पर एक अमिट छाप छोड़ते हैं। आइए हम पितृत्व का जश्न मनाएं और इन असाधारण व्यक्तियों के प्रति आभार व्यक्त करें जिन्होंने हमें इतना कुछ दिया है।

याद रखें, हमारे जीवन पर पिता के गहरे प्रभाव को स्वीकार करने में कभी देर नहीं होती। अपने पिता, या किसी भी पिता तुल्य व्यक्ति के प्रति अपने प्यार और प्रशंसा को व्यक्त करने के लिए समय निकालें, और उन्हें बताएं कि उनकी उपस्थिति ने कैसे फर्क किया है। पिता दिवस की शुभकामना!

20+ Poems for Father in English

A father is a pillar of strength, love, and guidance in our lives. With Father’s Day just around the corner, what better way to express your love and gratitude than through the power of poetry? In this article, we have curated a collection of more than 20 heartfelt poems dedicated to fathers. These poems beautifully capture the essence of paternal love, sacrifice, and the special bond between a father and child. Whether you’re looking for a poem to include in a Father’s Day card or simply want to celebrate your father’s presence in your life, this compilation has something for everyone.

Table of Contents

  1. The Guiding Light: A Father’s Love
  2. Strength and Resilience: My Father, My Hero
  3. Unconditional Love: A Father’s Embrace
  4. The Silent Support: Words Unsaid
  5. Memories etched in Time: My Father’s Legacy
  6. A Shoulder to Lean On: Always There
  7. The Protector: Shield of Love
  8. Lessons for Life: Wisdom of a Father
  9. Celebrating Fatherhood: A Thank You Note
  10. A Father’s Smile: Joy Unbounded
  11. A Bond Like No Other: Forever Connected
  12. A Gentle Touch: Comfort and Care
  13. The Journey Together: Hand in Hand
  14. Life’s Lessons: Learning from Dad
  15. A Father’s Strength: My Rock
  16. Building Dreams: A Father’s Work
  17. Love in Every Action: Actions Speak Louder
  18. The Sound of Laughter: Dad’s Jokes
  19. Guiding the Way: A Father’s Wisdom
  20. A Father’s Presence: The Greatest Gift

The Guiding Light: A Father’s Love

A father’s love shines like a beacon, Guiding us through life’s journey unseen. With steady hands and a heart so pure, He is our rock, our strength secure.

Strength and Resilience: My Father, My Hero

In times of adversity, he stands tall, With unwavering strength, he conquers all. A hero in my eyes, my father dear, His resilience and courage are crystal clear.

Unconditional Love: A Father’s Embrace

In your loving embrace, I find solace, A love so pure, no words can trace. Through highs and lows, you’re always there, With a love that’s unconditional and rare.

The Silent Support: Words Unsaid

Sometimes it’s not in words expressed, But in your presence, I feel blessed. Your silent support speaks volumes to me, A bond unspoken, as deep as the sea.

Memories etched in Time: My Father’s Legacy

Each memory shared, a treasure to hold, Stories and laughter, worth more than gold. Your legacy lives on, in every way, In my heart forever, it will stay.

A Shoulder to Lean On: Always There

When life’s burdens weigh me down, You offer a shoulder, a safe haven found. With open arms and a listening ear, You wipe away every trace of fear.

The Protector: Shield of Love

Like a shield, you protect and defend, Through life’s battles, you’re always a friend. Your love surrounds me like armor strong, With you by my side, I can never go wrong.

Lessons for Life: Wisdom of a Father

Through your wisdom and guiding hand, You teach life’s lessons, and I understand. Your words of wisdom, forever I’ll keep, Guiding me forward, even in sleep.

Celebrating Fatherhood: A Thank You Note

Today we celebrate fathers dear, For their love and presence, oh so clear. Thank you, Dad, for all that you do, This heartfelt note is long overdue.

A Father’s Smile: Joy Unbounded

With a smile that brightens up my day, You chase all my worries away. In your presence, joy knows no end, My father, my confidant, my best friend.

A Bond Like No Other: Forever Connected

The bond we share is beyond compare, A love so deep, nothing can impair. Father and child, together we stand, Linked by a bond no one can disband.

A Gentle Touch: Comfort and Care

In your gentle touch, I find peace, A source of comfort that will never cease. Your care and tenderness, a balm for my soul, With you, I am complete, I am whole.

The Journey Together: Hand in Hand

Hand in hand, we walk life’s path, Facing challenges with strength and a laugh. Together we conquer, side by side, With you as my guide, I’ll forever abide.

Life’s Lessons: Learning from Dad

From tying shoelaces to riding a bike, You’ve taught me lessons I’ll hold dear for life. Patient and kind, you showed me the way, With gratitude, I thank you every day.

A Father’s Strength: My Rock

When life’s storms rage and the winds blow strong, You remain steadfast, unyielding and long. A pillar of strength, my father dear, In your presence, I have nothing to fear.

Building Dreams: A Father’s Work

With calloused hands and sweat on your brow, You work tirelessly to make dreams grow. A provider, a builder, you give it your all, A father’s dedication, standing tall.

Love in Every Action: Actions Speak Louder

Through selfless acts, you show your love, From sunrise to sunset, like a white dove. Every action speaks volumes to me, A love so profound, it’s easy to see.

The Sound of Laughter: Dad’s Jokes

Your jokes and laughter fill the air, Bringing joy and banishing despair. With a twinkle in your eye and a playful grin, Dad’s humor is contagious, a delightful spin.

Guiding the Way: A Father’s Wisdom

With your guidance, I find my path, Navigating life, avoiding its wrath. Your wisdom and insight, a guiding light, I’m forever grateful for your foresight.

A Father’s Presence: The Greatest Gift

Above all else, your presence I cherish, A gift so precious, it will never perish. Thank you, Dad, for being by my side, In your love and warmth, I confide.

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