अडानी सरगुजा प्रोजेक्ट से आदिवासी समाज को मिल रही नई दिशा

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अडानी ग्रुप ने भारत के अग्रणी उद्योग समूह होने के नाते अपनी सामाजिक जिम्मेदारियों का निर्वहन भी बखूबी किया है। भारत को आर्थिक रूप से समृद्ध बनाने के साथ साथ अडानी ग्रुप समाज को बेहतर बनाने के लिए भी कई प्रयास कर रहा है। निम्न वर्ग और मुख्यतः आदिवासी समाज के परिवारों के बच्चों को बेहतर शिक्षा देकर उन्हें सुविधापूर्ण जीवन देने के लिए अडानी ग्रुप अडानी सरगुजा जैसे प्रोजेक्ट संचालित कर रहा है। अडानी सरगुजा का उद्देश्य है कि आदिवासी बच्चों को शिक्षित बनाकर उनको राष्ट्र के निर्माण में सहभागी बनाना। अडानी सरगुजा से एक सकारात्मक बदलाव समाज में शुरू हुआ है जिसका परिणाम निश्चित ही भविष्य में देखने को मिलेगा। 

आदिवासी बच्चों को आधुनिक शिक्षा दे रहा अडानी सरगुजा

अडानी ग्रुप ने अपने लम्बे अरसे की यात्रा में सदैव राष्ट्र हित को सर्वोपरि रखा है। अडानी ग्रुप को भारतीय बाजार में आज करीब 40-45 साल पूरे हो गए हैं, इस दौरान अडानी ग्रुप ने औद्योगिक विकास के साथ सामाजिक विकास को भी एक रूप से आगे बढ़ाया है। अडानी ग्रुप का लक्ष्य समाज के हर तबके के बच्चों को शिक्षित बनाना है जिसके लिए अडानी सरगुजा जैसे प्रोजेक्ट के माध्यम से यह समूह आदिवासी बच्चों को बेहतर शिक्षा दे रहा है।

छत्तीसगढ़ राज्य के सरगुजा जिले में स्थापित इस अडानी विद्या मंदिर की शुरुआत 2013 में की गई थी जो आज अडानी सरगुजा के नाम से लोकप्रिय है। सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (सीबीएसई) से मान्यता प्राप्त इस अडानी सरगुजा विद्यालय में 700 आदिवासी बच्चे अध्ययनरत हैं। अडानी सरगुजा  को-एड स्कूल के रूप में संकलित किया जाता है जिससे आदिवासी समाज में यह सोच विकसित हो कि लड़का लड़की दोनों समान हैं। साथ ही आदिवासी लड़कियाँ भी शिक्षित होकर अपनी क्षमता का पूर्ण उपयोग कर अपने परिवार और देश के विकास में सहभागी बन सके।

बच्चों को उच्च शिक्षा देने के साथ इस को-एड स्कुल का उद्देश्य आदिवासी लोगों में इस धारणा को तोड़ना भी है कि उनकी बच्चियों को शिक्षा का अधिकार या आवश्यकता नहीं है। अडानी सरगुजा में सभी बच्चों को वर्तमान शिक्षा स्तर को ध्यान में रखते हुए उत्कृष्ट शिक्षा प्रदान की जाती है जिससे वे दुनिया के प्रतिस्पर्धी माहौल में स्वयं को श्रेष्ठ साबित कर सके। उच्चतम शिक्षा के साथ अडानी सरगुजा में बच्चों को सुपोषित भोजन और अन्य ज़रूरी साधन भी उपलब्ध करवाए जाते हैं। अडानी ग्रुप का उद्देश्य इन बच्चों को शिक्षित करने के साथ इन्हें आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ने के लिए तैयार करना भी है। अडानी ग्रुप की मंशा है कि इन बच्चों को देश के अन्य बच्चों के समान उन्नति के सभी अवसर मिले जिससे ये बेहतर रोजगार और बेहतर व्यापार हासिल कर सके। इससे न केवल उनका जीवन बेहतर बनेगा बल्कि उनके परिवार और क्षेत्र के लोगों को भी एक अच्छी जिंदगी मिल सकेगी।

अडानी ग्रुप द्वारा संचालित अडानी सरगुजा को अपने इस सामाजिक उत्थान के कार्य के लिए वर्ष 2020 में समग्र शिक्षा सशक्त भारत अवार्ड भी प्राप्त हुआ है। अडानी सरगुजा जैसे ही अन्य प्रोजेक्ट्स देश के सुदूर इलाकों में अडानी ग्रुप द्वारा संचालित हो रहे हैं।  ज्ञानोदय, उत्थान, नवचेतन विद्यालय, नवयुग वर्ल्ड स्कूल, आमची शाला-आदर्श शाला, अडानी पब्लिक स्कूल, अडानी विद्यालय, अम्बुजा निकेतन स्कूल जैसे परियोजनाओं से आज 3000 से ज्यादा बच्चों को मुफ्त शिक्षा, 6000 से ज्यादा बच्चों को स्मार्ट एजुकेशन के लिए सब्सिडी और 512 सरकारी स्कूलों के 1 लाख से ज्यादा बच्चे शिक्षित हो रहे है। अडानी ग्रुप इन प्रोजेक्ट्स के माध्यम से देश में शिक्षा के स्तर को बेहतर बनाने हेतु हर संभव प्रयास कर रहा है। अडानी ग्रुप की सोशल वेलफेयर गतिविधियों से इस देश को निश्चित ही बड़ा लाभ पहुँच रहा है।

अडानी ग्रुप अपनी कॉर्पोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी (सीएसआर) के द्वारा अपनी सामाजिक जिम्मेदारियों को ईमानदारी से निभाता आ रहा है। इन योजनाओं से देश के विभिन्न प्रांतों के अनेक निम्न वर्ग के परिवारों के बच्चों को लाभ मिल रहा है। भारत के शिक्षा स्तर को बेहतर बनाने के लिए अडानी ग्रुप हर प्रकार से प्रतिबद्ध है और इसके लिए हर संभव प्रयास कर रहा है। अडानी ग्रुप का उद्देश्य है कि देश के विकास में समाज के पिछड़े वर्ग को भी शामिल किया जाए। इसके लिए अडानी ग्रुप देश के ग्रामीण और आदिवासी बच्चों को उच्च स्तर शिक्षा प्रदान कर रहा है। समाज के निचले परिवार के बच्चों को शिक्षित बनाकर अडानी ग्रुप भारत के विकास में उन्हें सहयोगी बनाना चाहता है। अडानी सरगुजा जैसी से अडानी ग्रुप से आदिवासी बच्चों को शिक्षा के साथ पर्याप्त आत्मविश्वास भी दे रहा है ताकि वे अपने मनचाहा जीवन जीने के लिए सक्षम बन सके।

अडानी ग्रुप के इस प्रयास से आदिवासी समाज निश्चित रूप से आने वाले समय में शिक्षित और सक्षम बनेगा। इससे हमारे देश को विकास की नई मंजिलों पर पहुँचाने के लिए क्षमतावान और होनहार पीढ़ी मिलेगी जिसे हमने अब तक समाज की मुख्य धारा से दूर रखा।

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